Friday, April 24, 2009

बस दे कंडक्टर वांग हो गयी है ज़िन्दगी

बस दे कंडक्टर वांग हो गयी है ज़िन्दगी
सफर वी रोज़ दा, ते जाणा वी किथे नहीं
--हरवरिन्द्र सिंह

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