Sunday, April 27, 2014

बरबादियो का जायजा लेने के वास्ते

बरबादियो का जायजा लेने के वास्ते
वो पूछते हैं हाल मेरा कभी कभी

--अज्ञात

Tuesday, April 22, 2014

मतलब परस्ती या मासूमियत

मतलब परस्ती या मासूमियत
खुदा जाने !!!!
हमने कहा मोहब्बत है
कहने लगे .... क्या मतलब ??

--अज्ञात

Saturday, April 12, 2014

जिस नगर भी जाओ, किस्से हैं कमबख्त दिल के

जिस नगर भी जाओ, किस्से हैं कमबख्त दिल के

कोई ले के रो रहा है, कोई दे के रो रहा है

--अज्ञात

खुदा करे इश्क में ऐसा मकाम आये

खुदा करे इश्क में ऐसा मकाम आये
तुझे भूलने की दुआ करूँ, और दुआ में तेरा नाम आये

--अज्ञात

Friday, April 11, 2014

किसी भी गम के सहारे नहीं गुज़रती है

किसी भी गम के सहारे नहीं गुज़रती है
ये ज़िन्दगी तो गुज़ारे नहीं गुज़रती है

मैं ज़िन्दगी तो कहीं भी गुज़ार सकता हूँ
मगर बगैर तुम्हारे नहीं गुज़रती है

--अज्ञात

Tuesday, April 8, 2014

सुकून और इश्क, वो भी एक साथ

सुकून और इश्क, वो भी एक साथ
रहने दो, कोई अक्ल की बात करो

--अज्ञात

Saturday, April 5, 2014

अंधेरों को तो ये भी खल रहा है

अंधेरों को तो ये भी खल रहा है
दिया मेरा हवा में जल रहा है

तुम्हारे काम इतने तो नहीं हैं
तुम्हारा नाम जितना चल रहा है

--अज्ञात

बहती हुई आँखों की रवानी में मरे हैं

बहती हुई आँखों की रवानी में मरे हैं
कुछ ख्वाब मेरे ऐन जवानी में मरे हैं

क़ब्रों में नहीं हमको किताबों में उतारो
हम लोग मोहब्बत की कहानी में मरे हैं

--अज्ञात