Saturday, April 4, 2009

तुम तो शायर हो क़तील और वो इक आम सा शक्स

तुम तो शायर हो क़तील और वो इक आम सा शक्स
उसने चाहा भी तुझे और जताया भी नही
--क़तील शिफ़ाई


Source : http://www.urdupoetry.com/qateel16.html

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