Saturday, April 4, 2009

रुकवा देना मेरा जनाज़ा ग़ालिब जब उनका घर आये

रुकवा देना मेरा जनाज़ा ग़ालिब जब उनका घर आये
शायद वो झांक ले खिड़की से, और मेरा दिल धड़क जाये
--मिरज़ा ग़ालिब

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