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Sunday, September 14, 2025

माना तेरी दीद के काबिल नहीं हूँ मैं

माना तेरी दीद  के काबिल नहीं हूँ मैं 

तू मेरा शौक तो देख, मेरा इंतज़ार तो देख 

--अज्ञात 

Monday, February 24, 2025

खामोशी की तह में, छुपा लीजिए सारी उलझनें

खामोशी की तह में, छुपा  लीजिए सारी उलझनें 

शोर कभी मुश्किलों को आसान नहीं करता 

Monday, February 19, 2024

कुछ भी नहीं है ख़ास इन दिनों

कुछ भी नहीं है ख़ास इन दिनों 
तू जो नहीं है पास इन दिनों 

अज्ञात 

Tuesday, August 15, 2023

सुना है वो भिखारी जख्म भर जाने से डरता है

बदन पर घाव दिखा कर जो पेट भरता है 
सुना है वो भिखारी जख्म भर जाने से डरता है 

 --अज्ञात

सीख कर गया वो मोहब्बत तुझसे

सीख कर गया वो मोहब्बत तुझसे अब जिस से भी करेगा बेमिसाल करेगा  --अज्ञा

Monday, October 31, 2022

कर रहा था ग़म-ए-जहां का हिसाब

कर रहा था ग़म-ए-जहां का हिसाब
आज तुम याद बेहिसाब आये

फैज़ अहमद फैज़ 

Monday, October 17, 2022

और वो आँखों से ग़ज़ल कह गए

हम अल्फाज़ों को ढूंढते रह गए
और वो आँखों से ग़ज़ल कह गए
--राहत इन्दोरी 

Wednesday, December 1, 2021

दौलत ए हुस्न

अब समझा मैं तेरे रुखसार पे तिल का मतलब

दौलत-ए-हुस्न पे दरबान बिठा रखा है

कमर मुरादाबादी

Wednesday, May 12, 2021

ना नीम ना हकीम, ना किसी आलिम से हल होंगे

ना नीम, ना हकीम, ना किसी आलिम से हल होंगे
ये तो मेरे दिल के मसले हैं, उसी ज़ालिम से हल होंगे
--अज्ञात

Tuesday, February 23, 2021

दुख हमको अगर अपना बताना नहीं आता

दुख हमको अगर अपना बताना नहीं आता
तुमको भी तो अंदाज़ा लगाना नहीं आता

अज्ञात

Thursday, October 24, 2019

बहुत छाले हैं उसके पैरों में कमबख्त

बहुत छाले हैं उसके पैरों में
कमबख्त...
ज़रूर उसूलों पे चला होगा 

Saturday, October 5, 2019

वक़्त बदला तो....

जो न देते थे जबाब, उनके सलाम आने लगे।
वक्त बदला तो, मेरे नीम पर आम आने लगे।

Tuesday, September 17, 2019

रोज़ रोज़ जलते हैं, फिर भी ख़ाक ना हुए

रोज़ रोज़ जलते हैं, फिर भी खाक़ न हुए,
अजीब हैं कुछ ख़्वाब भी मेरे, बुझ कर भी राख़ न हुए

--अज्ञात

Thursday, April 18, 2019

जिन्दगी सितम तेरे भी बेहिसाब रहे

ना कोई शिकवा, ना कोई गिला, ना कोई मलाल रहा;

ज़िन्दगी सितम तेरे भी बेहिसाब रहे, सब्र मेरा भी कमाल रहा!

ए दिल

हजारों नामुकम्मल हसरतों के बोझ तले।

ऐ दिल ! तेरी हिम्मत है... जो तू धड़कता है॥