Saturday, June 17, 2017

शिकायतों की पाई पाई

शिकायतों की पाई पाई जोड़कर रखी थी मैंने,

उसने गले लगाकर सारा हिसाब बिगाड़ दिया…”॥

बहुत अंदर जला देती हैं

बहुत अंदर तक जला देती है,

वो शिकायतें जो बयाँ नही होती....

Friday, June 9, 2017

रास आ गए हैं

रास आ गये हैं कुछ लोगों को हम
कुछ लोगों को ये बात रास नही आई

अज्ञात