Sunday, April 12, 2009

तेरी चाहत में हम ज़माना भूल गये

तेरी चाहत में हम ज़माना भूल गये
तेरे बाद किसी को अपनाना भूल गये

फिर लगा सारा जहां वीराना हमको
जैसे चमन में फूल खिलाना भूल गये

तुम से मोहब्बत है बताया सारे जहां को
ये ही बात तुम को बताना भूल गये

हमने मिटा दिया जहां भी लिखा था नाम तेरा
मगर अपने दिल से मिटाना भूल गये

वो जुदा हुए हम से मुस्कुराते हुए
मगर अपनी पलको से आंसू हटाना भूल गये

--अज्ञात

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