तेरी चाहत में हम ज़माना भूल गये
तेरे बाद किसी को अपनाना भूल गये
फिर लगा सारा जहां वीराना हमको
जैसे चमन में फूल खिलाना भूल गये
तुम से मोहब्बत है बताया सारे जहां को
ये ही बात तुम को बताना भूल गये
हमने मिटा दिया जहां भी लिखा था नाम तेरा
मगर अपने दिल से मिटाना भूल गये
वो जुदा हुए हम से मुस्कुराते हुए
मगर अपनी पलको से आंसू हटाना भूल गये
--अज्ञात
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