जो किसी का बुरा नहीं होता,
शख्स ऐसा भला नहीं होता !
दोस्तों से शिकायतें होंगी,
दुश्मनों से गिला नहीं होता !
हर परिंदा स्वयं बनाता है,
अर्श पे रास्ता नहीं होता !
इश्क के कायदे नहीं होते,
दर्द का फ़लसफ़ा नहीं होता !
फ़ितरतन गल्तियां करेगा वो,
आदमी देवता नहीं होता !
ख़त लिखोगे हमें कहाँ आखिर,
जोगियों का पता नहीं होता !
--अज्ञात
Source : http://shivomambar.blogspot.com/2011/06/blog-post_06.html
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