Sunday, November 6, 2011

जो न मिल सके वही बेवफा

जो न मिल सके वही बेवफा, ये बड़ी अजीब सी बात है
जो चला गया मुझे छोड़ कर वही आज तक मेरे साथ है
जो मिल सके वो ही बेवफा ..........

जो किसी नजर से अदा हुई वही रौशनी है ख्याल में
वो न आ सके रहूँ मुंतजर, ये खलिश कहाँ थी विसाल में
मेरी जुस्तजू को खबर नहीं, न वो दिन रहे न वो रात है
जो चला गया मुझे छोड़ कर वही आज तक मेरे साथ है
जो मिल सके वो ही बेवफा ..........

करे प्यार लब पर गिला न हो, ये किसी किसी का नसीब है
ये करम है उसका जफा नहीं, वो जुदा भी रह कर करीब है
वो ही आँख है मेरे रूबरू, उसी हाथ में मेरा हाथ है
जो चला गया मुझे छोड़ कर वही आज तक मेरे साथ है
जो मिल सके वो ही बेवफा ..........

मेरा नाम तक जो न ले सका, जो मुझे करार न दे सका
जिसे इख़्तियार तो था मगर, मुझे अपना प्यार न दे सका
वही शख्स मेरी तलाश है, वो ही दर्द मेरी हयात है
जो चला गया मुझे छोड़ कर वही आज तक मेरे साथ है
जो मिल सके वो ही बेवफा ..........

Writer : Unknown.
[Sung by Noor Jahan]

1 comment:

  1. Love the song but didn't know the lyricist is anonymous

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