Thursday, November 26, 2009

बस एक सादा सा कागज़, ना कोई लव्ज़ ना कोई फूल

बस एक सादा सा कागज़, ना कोई लव्ज़ ना कोई फूल
अज़ब ज़ुबान में इस बार खत लिखा उसने
--राजेश रेड्डी

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