Monday, September 28, 2009

सातो दिन भगवान के, क्या मंगल क्या वीर

सातो दिन भगवान के, क्या मंगल क्या वीर
जिस दिन सोया देर तक, भूखा रहा फ़कीर



--निदा फ़ाज़ली

Another version of this is here

Source : http://www.bbc.co.uk/hindi/entertainment
/story/2006/09/060915_nida_column6.shtml

5 comments:

  1. यह निदा फाजली का दोहा है। अज्ञात नहीं।

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  2. बिलकुल सही कहा आभार विजयश् दशनी पर्व की बहुत बहुत बधाई

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  3. दिनेशराय द्विवेदी जी, और अंकित जी,

    आप दोनो क्या किसी authentic source/website का पता बता सकते हैं, जहां से मैं इसकी पुष्टि कर सकूँ, क्योंकि मुझे नहीं पता किसने लिखा है।
    पहले दिनेशराय जी के कहने से मैने इसको, निदा फाज़ली का नाम लिखा था। लेकिन अब क्या करें

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  4. Ankit ji, shayad aapne kabir ko padha hi nahi hai , or yogesh ji aap bhi kamaal karte hai ye aapko kabir ji ka doha lagta hai aesi language unki, heeee.
    ye nida faajli ka doha hai mere paas book hai usme ye doha likha huaa hai, n aapko me link bhi diye deta hu, jaha aap dekh sakte hai ki ye nida faajli sahaab ka hi doha hai,

    http://www.bbc.co.uk/hindi/entertainment
    /story/2006/09/060915_nida_column6.shtml

    Deepak "bedil"

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