Wednesday, September 9, 2009

तुम से करूँ मुहब्बत उसूल की बात है

तुम से करूँ मुहब्बत उसूल की बात है
तुम मेरे लिए सोचो फ़िज़ूल की बात है

रिश्ता नही है तुमसे गीतों का कोई मेरे
ख़ुश्बुओं के हक़ में इक फूल की बात है

सच की ही जीत होगी जानता था मैं भी
अब की नही मगर ये इस्कूल की बात है

मेरे नही हो लेकिन मिलता हूं मैं तुमसे
ये दुआ सलाम भी तो उसूल की बात है

किसी बेवफ़ा की बात नही मेरी शायरी में
आँखों में जो थी झोंकी धूल की बात है

पढ़ते भी हैं मुझको कहते भी हैं मुझसे
मासूम जी शायरी तो फ़िज़ूल की बात है

--अनिल पराशर

5 comments:

  1. अरे अनिल भाई, क्या गज़ल कही है आपने

    वैसे तो गज़ल के सभी शेर बहुत ही ज़्यादा खूबसूरत है

    मगर एक शेर तो हीरों में कोहिनूर है वो ये

    सच की ही जीत होगी जानता था मैं भी
    अब की नही मगर ये इस्कूल की बात है

    ReplyDelete
  2. बहुत प्यारी प्यारी बातें आपने बात ही बात में कह दीं।
    -Zakir Ali ‘Rajnish’
    { Secretary-TSALIIM & SBAI }

    ReplyDelete
  3. बहुत प्यारी प्यारी बातें आपने बात ही बात में कह दीं।

    ReplyDelete
  4. सच की ही जीत होगी जानता था मैं भी
    अब की नही मगर ये इस्कूल की बात है
    wah!lajawab

    ReplyDelete