Saturday, March 28, 2009

कोई तालुक ना था, तो खफा क्यों होते

कोई तालुक ना था, तो खफा क्यों होते
बेरूखी उनकी मोहब्बत का पता देती है
--अज्ञात

1 comment:

  1. शायर कोई भी हो लेकिन शेर उम्दा है. साधुवाद.

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