Saturday, March 28, 2009

उलझता रहता हूँ यूँ तुम्हारी यादों से

उलझता रहता हूँ यूँ तुम्हारी यादों से
के जैसे बच्चे के हाथों में ऊन आ जाये
--मुनव्वर राणा

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