Saturday, March 21, 2009

ज़िक्र बेवफाओं का रात था सर-ए-महफिल

ज़िक्र बेवफाओं का रात था सर-ए-महफिल
झुक गया हमारा सर जब तुम्हारा नाम आया
--अज्ञात

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