Thursday, March 19, 2009

मेरे जज़्बात से वाकिफ है मेरा कलाम फराज़

मेरे जज़्बात से वाकिफ है मेरा कलाम फराज़
मैं प्यार लिखूं तो नाम तेरा लिखा जाता है
--अहमद फराज़

6 comments:

  1. खूबसोरत शेर.........अहमद फराज का
    शुक्रिया

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  2. अच्‍छी शायरी, ब्‍लॉगजगत में आपका स्‍वागत है।

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  3. ब्‍लॉगजगत में आपका स्‍वागत है।

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  4. चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है .नियमित लिखते रहें इससे संवाद-संपर्क बना रहता है , ढेर सारी शुभकामनाएं !

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  5. यह अन्दाज भी अलग है-बधाई साहिब
    अगर कविता या गज़ल में रुचि हो तो मेरे ब्लॉग पर आएं
    http://gazalkbahane.blogspot.com/
    http:/katha-kavita.blogspot.com
    सस्नेह
    श्यामसखा‘श्याम’

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