Thursday, April 29, 2010

दर्द से दो-दो हाथ कौन करे

बात करनी थी ,बात कौन करे
दर्द से दो-दो हाथ कौन करे.

हम सितारे तुम्हें बुलाते हैं
चाँद ना हो तो रात कौन करे .

हम तुझे रब कहें या बुत समझें
इश्क में जात-पात कौन करे

जिंदगी भर कि कमाई तुम हो
इस से ज्यादा ज़कात कौन करे

--डा कुमार विश्वास

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