Sunday, October 4, 2009

सोमवार को आंख लड़ी थी

सोमवार को आंख लड़ी थी
मंगल को बीमार हो गया
बुधवार को दिल दे बैठा
ब्रहस्पति को दीदार हो गया
शुक्रवार को वो भी हस दी
शनिवार को प्यार हो गया
पर SUNDAY की छुट्टी पड़ गयी
सब कुछ बंटा धार हो गया

--गिरिधर व्यास


गिरिधर व्यास, हास्य व्यंग के महान कवि

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