दिल की ये आरज़ू थी कोई दिलरुबा मिले
लो बन गया नसीब के तुम हम से आ मिले
दिल की ये ...
देखें हमें नसीब से अब, अपने क्या मिले
अब तक तो जो भी दोस्त मिले, बेवफ़ा मिले
आँखों को इक इशारे की ज़ेहमत तो दीजिये
कदमों में दिल बिछा दूँ इजाज़त तो दीजिये
ग़म को गले लगा लूँ जो ग़म आप का मिले
दिल की ये ...
हम ने उदासियों में गुज़ारी है ज़िन्दगी
लगता है डर फ़रेब-ए-वफ़ा से कभी कभी
ऐसा न हो कि ज़ख़्म कोई फिर नया मिले
अब तक तो जो भी दोस्त मिले बेवफ़ा मिले
कल तुम जुदा हुए थे जहाँ साथ छोड़ कर
हम आज तक खड़े हैं उसी दिल के मोड़ पर
हम को इस इन्तज़ार का कुछ तो सिला मिले
दिल की ये ...
देखें हमें नसीब से अब, अपने क्या मिले
अब तक तो जो भी दोस्त मिले, बेवफ़ा मिले
* Movie: Nikaah
* Singer(s): Mahendra Kapoor, Salma Agha
* Music Director: Ravi
* Lyricist: Hasan Kamaal
* Actors/Actresses: Raj Babbar, Deepak Parashar, Salma Agha
* Year/Decade: 1982, 1980s
Source : http://chitrageet.blogspot.com/2010/05/blog-post_31.html
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Saturday, July 31, 2010
दिल की ये आरज़ू थी कोई दिलरुबा मिले
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बढिया गीत सुनवान का शुक्रिया ।
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