Sunday, January 10, 2010

लम्हों लम्हों पर ख्वाब लिखूंगा

लम्हों लम्हों पर ख्वाब लिखूंगा
अपनी ज़िन्दगी पर किताब लिखूंगा
आपकी गर्दन को फूलों की टहनी
और आपके चेहरे को गुलाब लिखूंगा
--अज्ञात

1 comment:

  1. लम्हों लम्हों पर ख्वाब लिखूंगा
    अपनी ज़िन्दगी पर किताब लिखूंगा
    आपकी गर्दन को फूलों की टहनी
    और आपके चेहरे को गुलाब लिखूंगा

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