Tuesday, January 5, 2010

ये भी अच्छा हुआ के उसे पा ना सके फराज़

ये भी अच्छा हुआ के उसे पा ना सके फराज़
हमारा हो के बिछड़ता तो कयामत होती
--अहमद फराज़

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