Monday, June 25, 2012

किसी को छोड़ना हो तो मुलाकातें बड़ी करना

दियो का कद घटाने के लिए रातें बड़ी करना ,
बड़े शेहरो में रहना हो तो बातें बड़ी करना
मोहब्बत में बिछड़ने का हुनर सबको नहीं आता ,
किसी को छोड़ना हो तो फिर मुलाकातें बड़ी करना

--वसीम बरेलवी

1 comment:

  1. it is written by Prof Waseem Barelvi

    Last sher of this ghazal as follow

    Mohhabat me bichdne ka hunar sab ko nahi aata
    Kisi ko chodna ho tho fir mulakaten badi karna

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