Sunday, October 16, 2011

बहुत है उनकी हालत देखने वाले

उठे उठ कर चले चल कर रुके, रुक कर कहा होगा
मैं क्यूँ जाऊं? बहुत है उनकी हालत देखने वाले

--मुज़तर खैराबादी

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