Saturday, June 12, 2010

अपना क्या है सारे शहर का, इक जैसा नुकसान हुआ

जब से उसने शहर को छोड़ा , हर रास्ता सुनसान हुआ
अपना क्या है सारे शहर का, इक जैसा नुकसान हुआ

--मोहसिन नकवी

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