Saturday, June 12, 2010

एहसास मोहब्बत का दिल में ही रखना है मुझे

एहसास मोहब्बत का दिल में ही रखना है मुझे
महबूब से मुझे मगरूरियत का खतरा है

--अर्घ्वान रब्भी

No comments:

Post a Comment