Sunday, August 16, 2009

शाम को जिस वक़्त

शाम को जिस वक़्त ख़ाली हाथ घर जाता हूँ मैं
मुस्कुरा देते हैं बच्चे और मर जाता हूँ मैं
--राजेश रेड्डी


Source : http://aajkeeghazal.blogspot.com/2009/08/blog-post_14.html

No comments:

Post a Comment