न तुझे छोड़ सकते हैं, तेरे हो भी नहीं सकते
ये कैसी बेबसी है, आज हम रो भी नहीं सकते
ये कैसा दर्द है, पल पल हमें तडपाये है
तुम्हारी याद आती है, तो फिर सो भी नहीं सकते
छुपा सकते हैं और न दिखा सकते हैं लोगों को
कुछ ऐसे दाग हैं दिल पर जो हम धो भी नहीं सकते
कहा तो था छोड़ देंगे तुमको, फिर रुक गए
तुम्हे पा तो नहीं सकते, मगर खो भी नहीं सकते
हमारा एक होना भी नहीं मुमकिन रहा अब तो
जीयें कैसे के तुम से दूर हो भी नहीं सकते
--अज्ञात
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Monday, January 3, 2011
न तुझे छोड़ सकते हैं, तेरे हो भी नहीं सकते
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