If you know, the author of any of the posts here which is posted as Anonymous. Please let me know along with the source if possible.
हिज्र लाज़िम है तो वस्ल का वादा कैसा
इश्क तो इश्क है, कम कैसा ज्यादा कैसा
"अश्क़ तो आएँगे ही इश्क़ के दर्द से ,जान के इंतज़ार में जँ का गुज़ारा कैसातुम्ही थे साथी जो रूठ गए मुझसे तो मुझ पे ये इलज़ाम तेरा लगाना कैसा"-मेहबूब
Shsjsh
Tt
"अश्क़ तो आएँगे ही इश्क़ के दर्द से ,
ReplyDeleteजान के इंतज़ार में जँ का गुज़ारा कैसा
तुम्ही थे साथी जो रूठ गए मुझसे
तो मुझ पे ये इलज़ाम तेरा लगाना कैसा"
-मेहबूब
Shsjsh
ReplyDeleteTt
ReplyDelete