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मैंने गम-ए-हयात में तुझको भुला दिया हुस्न-ए-वफ़ा शायर बहुत बेवफा हूँ मैं इश्क एक सच था तुझसे जो बोला नहीं कभी इश्क अब वो झूठ है, जो बहुत बोलता हूँ मैं --जौन इलिया
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