Saturday, August 31, 2013

एहसास

दोस्तों आज मुझे आप सबको बताते हुए अति प्रसन्नता हो रही है
कि मेरी खुद की कविताओं को एक किताब का रूप मिल गया है

इस में मेरे दोस्त अनंत अगरवाल ने मेरी बहुत मदद की |

और आप को पढ़ना चाहें तो खरीद सकते हैं


http://pothi.com/pothi/book/ebook-yogesh-gandhi-ehsaas




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