Tuesday, October 21, 2025

एक तुझसे बनाने के लिए मैंने बिगाड़ ली सबसे

शोर बहुत है मगर सुनाई नहीं देगा
दर्द दिल का अब चेहरे पर दिखाई नहीं देगा 
एक तुझसे बनाने के लिए मैंने बिगाड़ ली सबसे 
सो मेरे हक़ में भी कोई गवाही नहीं देगा 

Tuesday, September 30, 2025

आखिर में मर जाएंगे

आखिर में मर जाएंगे सब लोग अपनी अपनी मौत 

सबको किसी न किसी बात का मलाल रह जाएगा 

--अज्ञात 

Sunday, September 14, 2025

माना तेरी दीद के काबिल नहीं हूँ मैं

माना तेरी दीद  के काबिल नहीं हूँ मैं 

तू मेरा शौक तो देख, मेरा इंतज़ार तो देख 

--अज्ञात 

Monday, February 24, 2025

खामोशी की तह में, छुपा लीजिए सारी उलझनें

खामोशी की तह में, छुपा  लीजिए सारी उलझनें 

शोर कभी मुश्किलों को आसान नहीं करता