बरबादियो का जायजा लेने के वास्ते
वो पूछते हैं हाल मेरा कभी कभी
--अज्ञात
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बरबादियो का जायजा लेने के वास्ते
वो पूछते हैं हाल मेरा कभी कभी
--अज्ञात
मतलब परस्ती या मासूमियत
खुदा जाने !!!!
हमने कहा मोहब्बत है
कहने लगे .... क्या मतलब ??
--अज्ञात
जिस नगर भी जाओ, किस्से हैं कमबख्त दिल के
कोई ले के रो रहा है, कोई दे के रो रहा है
--अज्ञात
खुदा करे इश्क में ऐसा मकाम आये
तुझे भूलने की दुआ करूँ, और दुआ में तेरा नाम आये
--अज्ञात
किसी भी गम के सहारे नहीं गुज़रती है
ये ज़िन्दगी तो गुज़ारे नहीं गुज़रती है
मैं ज़िन्दगी तो कहीं भी गुज़ार सकता हूँ
मगर बगैर तुम्हारे नहीं गुज़रती है
--अज्ञात
अंधेरों को तो ये भी खल रहा है
दिया मेरा हवा में जल रहा है
तुम्हारे काम इतने तो नहीं हैं
तुम्हारा नाम जितना चल रहा है
--अज्ञात
बहती हुई आँखों की रवानी में मरे हैं
कुछ ख्वाब मेरे ऐन जवानी में मरे हैं
क़ब्रों में नहीं हमको किताबों में उतारो
हम लोग मोहब्बत की कहानी में मरे हैं
--अज्ञात