दिल के दीवार-ओ-दर पे क्या देखा
बस तेरा नाम ही लिखा देखा
तेरी आँखों में हमने क्या देखा
कभी कातिल कभी खुदा देखा
अपनी सूरत लगी पराई सी
जब कभी हमने आईना देखा
हाय अंदाज़ तेरे रुकने का
वक्त को भी रुका रुका देखा
तेरे जाने में और आने में
हमने सदियों का फासला देखा
फिर न आया खयाल जन्नत का
जब तेरे घर का रास्ता देखा
तेरी आँखों में हमने क्या देखा
कभी कातिल कभी खुदा देखा
दिल के दीवार-ओ-दर पे क्या देखा
बस तेरा नाम ही लिखा देखा
--सुदर्शन फाकिर
जगजीत और चित्रा की आवाज़ में ये गीत आप youtube पर सुन सकते हैं
- Sudarshan Faakir
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